Rising Hindutva Team
वैदिक धर्म को ही हिंदू धर्म मानना एक भूल है
प्रस्तुत प्रबंध की मर्यादाओं का विचार करने पर यह प्रतीत होता है कि हिंदू धर्म के आवश्यक लक्षण कौन से हैं। इसी विषय पर...
हिंदू धर्म में कई धर्म-पद्धतियों का अंतर्भाव होता है
हिंदू धर्म का अर्थ है-हिंदुओं का धर्म और जहाँ तक सिंधु शब्द से बने 'हिंदू' शब्द का मूल अर्थ सिंधु से सिंधु तक अर्थात्...
हिंदू धर्म से ‘हिंदू’ की परिभाषा करना अनुचित
हिंदुत्व तथा हिंदू धर्म- ये दोनों ही शब्द हिंदू शब्द से उत्पन्न हुए हैं। अतः उनका अर्थ 'सारी हिंदूजाति' ऐसा ही किया जाना आवश्यक...
‘हिंदुइज्म’ शब्द के कारण उत्पन्न अस्तव्यस्तता
हिंदू तथा हिंदुस्थान- ये विदेशियों द्वारा हमें दिए गए नाम हैं, ऐसा सोचकर इन नामों पर जो आक्षेप किए जाते हैं, उनका खंडन कुछ...
हम हिंदू स्वयमेव एकराष्ट्र हैं
प्रादेशिक एकता का अर्थ प्रदेश में निवास करनेवाले लोग-यही एकमेव राष्ट्रीयत्व के घटक हैं। यह मानने से राष्ट्रीय सभा के ध्येयवाद में मूलतः ही...
हिंदू धर्म, हिंदुत्व तथा हिंदू राष्ट्र
हिंदू आंदोलन का ध्येयवाद विवेचित करते समय इन तीन शब्दों द्वारा व्यक्त किए जानेवाले यथातथ्य अर्थ को समझना नितांत आवश्यक है। हिंदू शब्द से...
हिंदुत्व के आंदोलन की भूमिका तथा कुछ मूलतत्त्व
१. वह प्रत्येक व्यक्ति हिंदू है जो इस भारतभूमि को, सिंधु से सागर तक की इस भूमि को अपनी पितृभूमि तथा पुण्यभूमि मानता है।...
वीर सावरकर का रूजवेल्ट को टेलीग्राम
तारीख २३ अप्रैल, १९३९ के दिन वीर सावरकार ने अमेरिका के अध्यक्ष रूजवेल्ट को एक टेलीग्राम भेजा। वह इस तरह है -
“ आप द्वारा...
स्वातंत्र्यवीर सावरकर का अंतिम इच्छा-पत्र
स्वातंत्र्यवीर सावरकर का अंतिम इच्छा-पत्र
(मृत्यु -पत्र)
बंबई- २८
दिनांक १ अगस्त, १९६४
सावरकर सदन ७१ शिवाजी उद्यान मैं, विनायक दामोदर सावरकर, हिंदू, आयु ८२ वर्ष, व्यवसाय...
बुर्के पर वीर सावरकर जी के विचार
“पंजाब में विधिमंडल में एक मुसलमान महिला प्रतिनिधि चुनकर आई। विधिमंडल की शपथविधि के समय वह जब सभागृह में आई तब उधर की प्रथा...