➞घटनाक्रम
★सावरकर के जीवन का घटनाक्रम

- २८ मई १८८३ – भगूर में जन्म,महाराष्ट्र के नासिक जिल्ले का एक छोटा सा गांव। १८९२ में अपनी माता राधाबाई को खो दिया।
- १८९८ – ब्रिटिश राज के विरुद्ध सशस्त्र विद्रोह करने के लिए परिवार के देवता के समक्ष शपथ ली।
- ९ सप्तम्बर १८९८ – अपने पिता दामोदरपंत को खो दिया।
- १ जनवरी १९०० – मित्र मेला, एक गुप्त क्रांतिकारी की स्थापना की।
- १ मार्च १९०१ – यमुना से विवाह किया।
- १९ दिसंबर १९०१ – मैट्रिक की परीक्षा उत्तीर्ण की।
- २४ जनवरी १९०२ – फर्ग्यूसन कॉलेज, पुणे में दाखिला लिया।
- मई १९०४ – अभिनव भारत की स्थापना की – एक क्रांतिकारी संगठन।
- नवंबर १९०५ – पुणे में विदेशी कपड़ों का पहला सार्वजनिक अलाव का आयोजन किया।
- दिसंबर १००५ – B.A. की परीक्षा उत्तीर्ण की।
- जून १९०६ – लंदन से निकले।
- १० में १९०७ – १८५७ में लंदन में भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की स्वर्ण जयंती मनाई गयी।
- जून १९०७ – "जोसफ माजिनी" पुस्तक लिखी जो बाद में बाबाराव सावरकर द्वारा प्रकाशित की गई थी।
- १९०८ – इंडियन वॉर ऑफ़ इंडिपेंडेंस लिखा। यह हॉलैंड में गुप्त रूप से प्रकाशित हुई थी।
- मई १९०९ – बार-एट-लॉ की परीक्षा उत्तीर्ण की, लेकिन अभ्यास करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया गया।
- १ जुलाई १९०९ – मदनलाल ढींगरा ने लंदन में कर्जन वायली की गोली मारकर हत्या कर दी।
- २४ अक्टूबर १९०९ – विजयादशमी लंदन के इंडिया हाउस में गाँधी की अध्यक्षता में मनाई गई।
- १३ मार्च १९१० – पेरिस से लंदन आने पर गिरफ़्तार किया गया।
- ०८ जुलाई १९१० – भारत ले जाते समय S.S. मोरिया के पोरथोल के माध्यम से सुरक्षित निकल जाना।
- २४ दिसम्बर १९१० – लाइफ के लिए ट्रांसपोर्टेशन से सम्मानित।
- ३१ जनवरी १९११ – दूसरी बार जीवन के लिए परिवहन का पुरस्कार, ब्रिटिश साम्राज्य के इतिहास में एकमात्र व्यक्ति जिसने इसे दो बार प्राप्त किया।
- ०४ जुलाई १९११ – अंदमान के सेलुलर जेल में प्रवेश किया।
- अप्रैल १९१९ – येसुवाहिनी, उनके बड़े भाई की पत्नी का निधन।
- २१ मई १९२१ – दोनों भाई मुख्य भूमि पर वापस आ गए।
- १९२१ – १९२३ – अलीपुर और रत्नागिरी जेलों में स्थित।
- ०६ जनवरी १९२४ – यरवदा जेल से रिहा किया गया और इस शर्त पर रत्नागिरी में नजरबंद किया गया की वह राजनीति में भाग न ले।
- ०७ जनवरी १९२५ – बेटी प्रभात का जन्म हुआ।
- १० जनवरी १९२५ – आर्य समाज के स्वामी श्रद्धानंद की स्मृति में एक नया साप्ताहिक “श्रद्धानंद” लॉन्चकिया गया।
- मार्च १९२५ – डॉ.हेडगेवार, जो बाद में RSS की स्थापना करने वाले थे, सावरकर से मिले।
- ०१ मार्च १९२७ – गांधी ने सावरकर को रत्नागिरी में बुलाया।
- १७ मार्च १९२८ – बेटा विश्वास का जन्म हुआ।
- १६ नवंबर १९३० – सामाजिक सुधार अभियान के एक हिस्से के रूप में पहला अंतर भोजन आयोजित की गया।
- फरवरी १९३१ – पतितपावन मंदिर की स्थापना में सभी हिंदुओं का हाथ हे।
- २५ फरवरी १९३१ – बॉम्बे प्रेसीडेंसी अस्पृश्यता उन्मूलन सम्मलेन की अध्यक्षता की।
- २६ अप्रैल १९३१ – पतितपावन मंदिर के परिसर में सोमवंशी महार परिषद् के अध्यक्ष।
- १७ सितम्बर १९३१ – भंगी जाती से सम्बंधित एक व्यक्ति द्वारा कीर्तन जैसे कार्यक्रम आयोजित किए गए।
- २२ सितम्बर १९३१ – नेपाल के राजकुमार, हेम बहादुर समशेर सिंह ने सावरकर को बुलाया।
- १० मई १९३७ – रत्नागिरी में इंटर्नशिप से बिना शर्त रिहाई।
- १० दिसंबर १९३७ – कर्णावती (अहमदाबाद) में अपने १९ वे सत्र में अखिल भारतीय हिन्दू महासभा के अध्यक्ष के रूप में चुने गए और अगले ७ वर्षो के लिए फिर से राष्ट्रपति चुने गए।
- १५ अप्रैल १९३८ – मराठी साहित्य सम्मलेन के अध्यक्ष के रूप में चुने गए।
- ०१ फरवरी १९३९ – भागनगर (हैदराबाद) के निज़ाम के विरुद्ध निहत्था प्रतिरोध शुरू किया।
- २२ जून १९४१ – नेताजी सुभास चंद्र बोस ने सावरकर को बुलाया।
- २५ दिसंबर १९४१ – भागलपुर संघर्ष।
- मई १९४३ – ६१ वीं जयंती के अवसर पर सार्वजनिक अभिनन्दन।
- १४ अगस्त १९४३ – नागपुर विश्वविद्यालय ने सावरकर को मानद D.Litt. से सम्म्मानित किया।
- ०५ नवंबर १९४३ – सांगली में मराठी नाट्यसम्मेलन के अध्यक्ष बने।
- १६ मार्च १९४५ – बड़े भाई बाबाराव के निधन हो गया।
- १९ अप्रैल १९४५ – बड़ौदा (गुजरात) में अखिल भारतीय रियासतों की हिन्दू सभा सम्मलेन की अध्यक्षता की।
- ०८ मई १९४५ – पुत्री प्रभात का पुणे में विवाह हुआ।
- अप्रैल १९४६ – बॉम्बे सरकार ने सावरकर के साहित्य पर प्रतिबन्ध हटा दिया।
- १५ अगस्त १९४७ – सावकर सदांतो पर भगवा और तिरंगा दोनों ध्वजो को फहराया और भारत की स्वतंत्रता का जश्न मनाया गया।
- ०५ फरवरी १९४८ – गाँधी की हत्या के बाद निवारक निरोध अधिनियम के तहत गिरफ़्तार हुए।
- १० फरवरी १९४९ – गाँधी मर्डर ट्रायल में हासिल।
- १९ ऑक्टूबर १९४९ – सबसे छोटे भाई डॉ.नारायणराव सावरकर का निधन।
- दिसंबर १९४९ – अखिल भारतीय हिन्दू महासभा के कलकत्ता अधिवेशन का उदघाटन।
- ०४ अप्रैल १९५० – दिल्ली में पाकिस्तान के प्रधान मानती लियाकत अली के आगमन की पूर्व संध्या पर बेलगाम जेल में गिरफ्तार क्र लिया गया था।
- मई १९५२ – अभिनव भारत के विघटन की घोषणा करने के लिए पुणे में आयोजित सार्वजनिक समारोह, क्रांतिकारी समाज ने भारत को मुक्त करने के उद्देश्य को प्राप्त किया।
- फरवरी १९५५ – रत्नागिरी में पतितपावन मंदिर के रजत जयंती समारोह की अध्यक्षता की।
- २३ जुलाई १९५५ – पुणे में लोकमान्य तिलक शताब्दी समारोह में मुख्य वक्त थे।
- १० नवंबर १९५७ – १८५७ में नई दिल्ली में आयोजित भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के शताब्दी समारोह में मुख्य वक्त।
- २८ मई १९५८ – उनके हीरा जयंती के अवसर पर ग्रेटर बॉम्बे म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन द्वारा एक नागरिक स्वागत समारोह आयोजित किया गया।
- ०८ ऑक्टूबर १९५९ – उनके निवास पर पुणे विश्वविद्यालय ने माननीय D.Litt. से सम्मानित किया गया।
- २४ दिसंबर १९६० – मृत्युंजय दिवस समारोह – जीवन के लिए लिए दो परिवहन के वाक्यों को पूरा करने के बाद सावरकर की रिहाई के लिए एक दिन निर्धारित किया गया।
- १५ अप्रैल १९६२ – बॉम्बे के गवर्नर श्री प्रकाश ने सावरकर को उनका सम्मान देने के लिए बुलाया।
- २९ मई १९६३ – पैर में फ्रैक्चर के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया।
- ०८ नवंबर १९६३ – सावरकर की पत्नी यमुना का निधन हो गया।
- सितम्बर १९६५ – गंभीर रूप से बीमार हो गए।
- ०१ फरवरी १९६६ – आमरण अनशन (आत्मार्पण) का फैसला लिया।
- २६ फरवरी १९६६ – सुबह १०.३० बजे, ८३ वर्ष की आयु में , सावरकर ने अपनी मृत्यु का तार छोड़ दिया।
- २७ फरवरी १९६६ – विद्युत शवदाह गृह में अंतिम संस्कार, R.S.S. के २५०० वर्दीधारी स्वयंसेवकों और पुरे देश में लाखो प्रशंसक द्वारा अंतिम सलामी दी गयी।
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